Dr. APJ Abdul Kalam life history- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन इतिहास,शिक्षा और योगदान

Dr. APJ Abdul Kalam life history- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन इतिहास

Dr. APJ Abdul Kalam Life History

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      भारतीय गणतंत्र के ग्यारहवें निर्वाचित राष्ट्रपति थे अवुल पकिर जैनुलाब्दीन अब्दुल कलाम, जिन्हें जनता के राष्ट्रपति और मिसाइल मैन भी कहा जाता है। वे भारत के पूर्व राष्ट्रपति, प्रसिद्ध वैज्ञानिक और इंजीनियर थे। उन्हें सिखाया कि जीवन में परिस्थितियां कैसी भी हों, आप अपने सपनों को पूरा करने की ठान लेते हैं तो वे पूरे होते हैं। Abdul Kalam के विचार आज भी युवा पीढ़ी को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं।

2002 में, APJ Abdul Kalam Life History से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी और विरोधी भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस दोनों के समर्थन से भारत के राष्ट्रपति चुने गए। वह पांच वर्ष की सेवा के बाद शिक्षण, लेखन और सार्वजनिक सेवा में लौट आया। इन्होंने भारत रत्न और भारत का सर्वोच्च नागरिक सम्मान प्राप्त किए।

Dr. APJ Abdul Kalam life history- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन इतिहास

      15 अक्टूबर 1931 को धनुषकोडी गाँव (रामेश्वरम, तमिलनाडु) में एक मध्यमवर्गीय मुसलमान अंसार परिवार में जन्मे। इनके पिता जैनुलाब्दीन बहुत पढ़े-लिखे नहीं थे और बहुत पैसे भी नहीं थे। इनके पिता मछुआरों को नावों का किराया देते थे। कलाम एक संयुक्त परिवार में जन्मे थे। परिवार में कुल पाँच भाई-बहन और तीन परिवार रहते थे, इसलिए इसकी संख्या का अनुमान लगाया जा सकता है।

पिता ने अब्दुल कलाम का जीवन बहुत प्रभावित किया। वह बहुत पढ़े-लिखे नहीं थे, लेकिन उनकी लगन और उनके संस्कार ने अब्दुल कलाम को बहुत प्रभावित किया। उनका जन्म पाँच वर्ष की उम्र में रामेश्वरम पंचायत के प्राथमिक विद्यालय में हुआ था। उन्हें उनके शिक्षक इयादुराई सोलोमन ने बताया कि जीवन में सफलता और अच्छे परिणाम पाने के लिए तीव्र इच्छा, आस्था और इन तीन शक्तियों को समझना और उन पर नियंत्रण रखना चाहिए।

पांचवी कक्षा में, उनके शिक्षक छात्रों को पक्षी के उड़ने के तरीके के बारे में बता रहे थे. जब छात्रों को यह नहीं समझ आया, तो शिक्षक उन्हें समुद्र तट ले गए, जहाँ उड़ते हुए पक्षियों को दिखाया गया और उचित समझाया गया. इन्ही पक्षियों को देखकर कलाम ने निश्चय किया कि वे भविष्य में विमान विज्ञान में जाना चाहते हैं। वह सुबह चार बजे कलाम के गणित शिक्षक से गणित पढ़ता था।

यही नहीं, अब्दुल कलाम ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा के लिए अखबार बाँटने का काम भी किया था। 1950 में कलाम ने मद्रास इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नॉलजी से अंतरिक्ष विज्ञान में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। स्नातक होने के बाद उन्होंने भारतीय रक्षा अनुसंधान एवं विकास संस्थान में हावरक्राफ्ट परियोजना पर काम किया।

Dr. APJ Abdul Kalam Life History - डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की विशेषताएं, अहम भूमिका और योगदान

      शिक्षा पूरी करने के बाद, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में वैज्ञानिक के रूप में काम किया, जहां उन्होंने “हावरक्राफ्ट परियोजना” पर काम किया। डॉ. कलाम ने प्रसिद्ध वैज्ञानिक विक्रम साराभाई के साथ भी कुछ समय तक काम किया था। बाद में वह 1962 में “भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन” में गया, जहां उन्होंने प्रोजेक्ट डायरेक्टर के रूप में कई उपग्रहों का प्रक्षेपण किया।

Dr. APJ Abdul Kalam Life History

ISRO में प्रोजेक्ट डायरेक्टर के तौर पर डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने भारत का पहला स्वदेशी सैटेलाइट लांच व्हीकल SLV-III बनाया था। 1980 में भारत ने अपने पहले सैटेलाइट व्हीकल से रोहिणी सैटेलाइट को अंतरिक्ष में भेजा था। Dr. कलाम ने इस मिसाइल को बनाने में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया, इसलिए उन्हें “मिसाइल मैन” की उपाधि दी गई। डॉ. कलाम ने बाद में देश के लिए कई महत्वपूर्ण योजनाओं में काम किया, साथ ही देश के लिए कई मिसाइलें बनाईं।

1992 से 1999 तक, डॉ. कलाम ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) में सेक्रेटरी का पद संभाला। वह प्रधानमंत्री का भी प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार था। Dr. कलाम ने 1998 में दूसरे परमाणु परीक्षण में तकनीकी और राजनीतिक महत्वपूर्ण योगदान दिया था। भारत ने परमाणु परिक्षण की सफलता के बाद तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने देश को पूरी तरह से विकसित परमाणु देश घोषित किया, जिससे देश विश्व में एक महाशक्ति बन गया।

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मिसाइल का नाम
विशेषता (APJ Abdul Kalam life history)

डॉ. ए पी जे अब्दुल कलाम का राजनैतिक सफर और उनके कार्यों का परिणाम- Dr. APJ Abdul Kalam Biography

      18 जुलाई, 2002 को डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम भारत का दसवीं राष्ट्रपति बन गए। क्या आप जानते हैं कि डॉ. कलाम भारत के तीसरे राष्ट्रपति थे जिन्होंने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान, “भारत रत्न”, प्राप्त किया था? डॉ. कलाम से पहले, 1954 में “डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन” और 1963 में “डॉ. जाकिर हुसैन” को सम्मान दिया गया था। 2002 से 2007 तक भारत के राष्ट्रपति रहे डॉ. कलाम ने इसके बाद फिर से चुनाव नहीं लड़ा। Dr. APJ Abdul Kalam ने राष्ट्रपति पद से हटने के बाद देश भर में कई विश्वविद्यालयों में पढ़ाया और कई पुस्तकें लिखीं।

डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने अपने जीवन में कई कठिन समस्याओं का सामना किया था। लेकिन जीवन में उन्होंने कभी भी मुश्किलों से पीछा नहीं मारा। यही कारण है कि Dr. APJ Abdul Kalam life history आज भी युवाओं को प्रेरणा देता है। डॉ. कलाम को उनके कार्यों के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं। जो नीचे दिए गए टेबल में दिखाया गया है:

डॉ. कलाम द्वारा लिखी गई प्रमुख पुस्तकें – APJ Abdul Kalam Books in Hindi

      यहाँ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय (APJ Abdul Kalam life history) और उनकी कुछ पुस्तकों का चर्चा की जाती है। जो निम्नलिखित बिंदुओं में देख सकते हैं:

प्रकाशन साल
पुस्तक का नाम

डॉ. कलाम के अनमोल विचार और निधन- Dr. APJ Abdul Kalam biography in hindi

      यहाँ डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम का जीवन परिचय (APJ Abdul Kalam life history) और उनके कुछ महत्वपूर्ण विचारों का उल्लेख है। जो निम्नलिखित बिंदुओं में देख सकते हैं:

  1. शिक्षण एक बहुत ही महत्वपूर्ण पेशा है जो व्यक्ति का चरित्र, क्षमता, और भविष्य बनाता है। मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान होगा अगर लोग मुझे एक अच्छे शिक्षक के रूप में याद करेंगे।
  2. महान शिक्षक साहस और करुणा से बनते हैं।
  3. सूरज की तरह चमकना चाहते हैं तो सूरज की तरह जलो।
  4. सपने नहीं हैं जो आप देखते हैं; वे सपने हैं जो आपको सोने नहीं देते।
  5. महान लक्ष्य रखने वालों के सपने हमेशा पूरे होते हैं।
  6. मैं यह मानने को तैयार था कि मैं कुछ परिस्थितियों को बदल नहीं सकता।
  7. कामयाब होने के लिए आपको अपने लक्ष्य के प्रति पूरी तरह से निष्ठावान होना होगा।
  8. शिखर तक पहुँचने के लिए साहस की जरूरत होती है, चाहे वह आपके काम का हो या माउंट एवरेस्ट का।
  9. किसी भी मिशन की सफलता के लिए रचनात्मक नेतृत्व की जरूरत होती है।
  10. भारत दुनिया के सामने खड़ा होने तक हमारी इज्जत नहीं होगी। डर इस जगह नहीं है। शक्तिहीन लोग ही बल का सम्मान करते हैं।

      डॉ. कलाम को वर्ष 1997 में भारत का सर्वोच्च पुरस्कार “भारत रत्न” भी दिया गया था, जो उनके विज्ञान और अंतरिक्ष क्षेत्र में दिए गए अद्भुत योगदान का गौरव था। उनका जीवनकाल रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) में बिताया गया था।

APJ Abdul Kalam life history से देश के सर्वोच्च पद पर रहने के बावजूद हमेशा शांत जीवन जीया। उनका व्यवहार अत्यंत साधारण और विनम्र था। वे हमेशा खुद को शिक्षक और वैज्ञानिक की तरह देखा करते थे। लेकिन 27 जुलाई 2015 को शिलांग में उनका हृदय गति रुकने से अचानक निधन हो गया।

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